अभ्यंग और दिवाली
दिवाली में अभ्यंग स्नान को विशेष महत्त्व दिया गया है। सुबह उठकर गर्म तेल से शरीर को मालिश करना मतलब अभ्यंग । बहुत से लोग तिल के तेल , चंदन के तेल , नारियल के तेल का उपयोग करते हैं और फिर उबटन से शरीर को साफ़ करते हैं। थंडी के दिनो मैं शरीर मैं रुखापन (Dryness) आता हैं , इसिलीये ये मालिश करने से रुखापन कम होता हैं। तेल लगाने से त्वचा मॉश्चराइज़ होती है। प्राकृतिक दूषित तत्व और डेड स्किन को हटाकर त्वचा की सफाई होती है। तिल का तेल त्वचा में काफी गहराई तक जाता है जिससे आपकी त्वचा की कोमलता और रौनक बढ़ती है। रक्त का प्रवाह भी अच्छा होता है और गर्म तेल से सर की मालिश करने से तनाव दूर होता हौ और मन शांत होता है। गर्म तेल से सिर की मालिश आपको तनाव से छुटकारा दिलाती है और आपके दिमाग को शांत करती है। यह बालों के रोम को उत्तेजित करता है जिसके परिणामस्वरूप बाल बढ़ते हैं। अभ्यंग स्नान आपकी नसों को राहत पहुंचा कर आपके नर्वस सि...