अभ्यंग और दिवाली

दिवाली में अभ्यंग स्नान को विशेष महत्त्व दिया गया है। सुबह उठकर गर्म तेल से शरीर को मालिश करना मतलब अभ्यंग बहुत से लोग तिल के तेल, चंदन के तेल, नारियल के तेल का उपयोग करते हैं और फिर उबटन से शरीर को साफ़ करते हैं। थंडी के दिनो मैं शरीर मैं रुखापन  (Dryness) आता हैं ,इसिलीये ये मालिश करने से रुखापन कम होता हैं। तेल लगाने से त्वचा मॉश्चराइज़ होती है। प्राकृतिक दूषित तत्व और डेड स्किन को हटाकर त्वचा की सफाई होती है। तिल का तेल त्वचा में काफी गहराई तक जाता है जिससे आपकी त्वचा की कोमलता और रौनक बढ़ती है। रक्त का प्रवाह भी अच्छा होता है और गर्म तेल से सर की मालिश करने से तनाव दूर होता हौ और मन शांत होता है।

गर्म तेल से सिर की मालिश आपको तनाव से छुटकारा दिलाती है और आपके दिमाग को शांत करती है। यह बालों के रोम को उत्तेजित करता है जिसके परिणामस्वरूप बाल बढ़ते हैं। अभ्यंग स्नान आपकी नसों को राहत पहुंचा कर आपके नर्वस सिस्टम को,मांसपेशियों के तालमेल को बेहतर बनाता है। जिससे दिमाग से जुड़ी समस्याएं ख़त्म होती हैं।

अभ्यंग स्नान में उबटन लगा के पुरे शरीर की मालिश की जाती है।  इसके कई सारे फायदे है।  उबटन को दूध, बेसन, हल्दी, चन्दन, गुलाब जल जैसे बेहद गुणकारी चीजों से बनाया जाता है। शीत ऋतु वह मौसम है जहां शरीर नमी से बाहर निकलता है। उबटन क्षतिग्रस्त या सुस्त त्वचा को ठीक करने में मदद करता है उबटन स्किन को ग्लोइंग बनाने के लिए फायदेमंद है।  यह शरीर के अनचाहे बालों को हटाने के लिए भी मदत करता है और पिम्पल्स के लिए भी असरदार है। 

 


* आयुर्वेदिक अभ्यंग स्नान की विधि - 

. दिवाली वाले दिन या नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पहले उठें।

. अपने शरीर को तिल के तेल से मालिश करें। इसी तरह तेल की कुछ बूंदें लेकर अपने सिर की भी मालिश करें।

.  मालिश के बाद और स्नान से पहले 30 मिनट इंतज़ार कीजिए। इस तरह तेल आपकी त्वचा में अच्छी तरह समा जाएगा।

. नहाते समय अपने शरीर पर उबटन लगाएं और अच्छी तरह से पूरे शरीर की मालिश करे।

उबटन सूखने के बाद पानी की मदद से रगड़कर छुड़ाएं। ताकि यह अच्छी तरह साफ हो जाए। वैसे बहुत से लोग उबटन के बाद साबुन से नहीं नहाते। लेकिन आप चाहें तो अपने साधारण साबुन से नहाएं।

अभ्यंग स्नान एक प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा है जिसे स्वास्थ्य के लिए सबसे अधिक लाभकारी कहा जाता है, यह सत्त्वगुण में वृद्धि करता है और रजस और तमस को कम करता है। दिवाली के दिनों के दौरान, एक अभ्यंग स्नान अन्य दिनों की तुलना में 6% अधिक लाभ प्राप्त करता है। 

ऐसी ही उपयुक्त जानकारी के लिए संपर्क करें - 7796775000

डॉ. अविनाश देवरे

श्री साई आयुर्वेदिक क्लिनिक

पता: कोहिनूर आर्केड, पहली मंजिल, दुकान नंबर 116

तिलक चौक, निगड़ी पुणे -44

वेबसाइट: http://infertilityayurved.in/

!!!!दीपावली की हार्दीक शुभकामना!!!!

 

 


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